
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस (World Consumer Rights Day) हर साल 15 मार्च को दुनियाभर में मनाया जाता है. इस आयोजन का मकसद ग्राहक के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. क्या है ग्राहक अधिकारों का मतलब? ग्राहक अधिकारों का मतलब है, कि अलग-अलग चीज़ो और सामानों को खरीदने वाले हर एक ग्राहक को चीज़ो या सेवाओं की कीमत और गुणवत्ता से जुड़ी सभी जानकारी जानने का अधिकार हो.
इस के साथ ही ग्राहक अधिकारों में ग्राहकों को उत्पादों और कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का भी अधिकार मिलता है. अगर ग्राहकों को कभी भी उन कंपनियों की सेवाओं से संतुष्टि नहीं मिलती हैं. इन अधिकारों के अलावा भी ग्राहक अधिकारों में कई ऐसी बातें और पहलू भी हैं जिनके बारे में ज्यादातर सामान खरीदने वाले ग्राहकों को जानकारी नहीं है और इसलिए उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाते हुए, इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और उन्हें सुरक्षा प्राप्त करने और नकली ब्रांडों से सुरक्षित रहने के अधिकारों के बारे में शिक्षित करना है.
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की शुरुआत 1983 में हुई थी. हर साल उपभोक्ता अधिकार दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है और 2023 के लिए थीम स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण के माध्यम से उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना है (Empowering Consumers Through Clean Energy Transitions). ऊर्जा परिवर्तन में बदलाव के लिए एक साथ आने से ग्राहकों को जीवन यापन की लागत के संकट से निपटने में मदद मिलेगी और ग्लोबल स्तर पर स्थायी ऊर्जा (sustainable energy) तक पहुंच को बढ़ावा देकर शुद्ध-शून्य लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी.
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस पर, आयोजक घटनाओं और गतिविधियों की व्यवस्था करते हैं जहां ग्राहकों के अधिकारों के बचाओ और सम्मान के बारे में चर्चा की जाती है। इसके अलावा, खरीदार या खरीदे जा रहे सामानों की पृष्ठभूमि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है. यह दिन ग्राहकों को उनकी शक्ति और ज्ञान के बारे में और सामाजिक अन्याय और बाजार के दुरुपयोग के खिलाफ प्रभावित करने के लिए मनाया जाता है.
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