
बीते रविवार 29 मई को पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. सिद्धू मूसेवाला पर पंजाब के मनसा ज़िले के जवाहरके गांव के पास गोलियां चलाई गई थी, जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं उनके 2 साथी भी ज़ख्मी हो गए.
सूत्रों की मानें, तो इस हत्या की ज़िम्मेदारी लारेंस बिश्नोई ग्रुप (Lawrence Bishnoi) के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) ने ली है, जो इस वक्त कनाडा में है. वहीं गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई इस वक्त तिहाड़ जेल में बंद है.
28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला की मौत ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है. मगर उनकी मौत का सबसे बड़ा सदमा, उनकी मां चरण कौर को लगा है, जो अपने बेटे के सिर पर सेहरा सजा देखना चाहती थीं. आपको बता दें, कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला अपनी मां के बेहद करीब थे. वहीं उनकी मां अपने बेटे की शादी की तैयारियां कर रहीं थी.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनकी मां पूरी तरह से टूट गई हैं. जनवरी में उनकी की मां ने बताया था, कि उनका बेटा सिद्धू मूसेवाला जल्द शादी के बंधन में बंधने जा रहा है. वहीं मूसेवाला की मां ने इस बात का खुलासा भी किया था, कि वो लव मैरिज कर रहे हैं और उनकी सगाई भी हो चुकी है.
पंजाब के मशहूर गायक और रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद, उनका गाना ‘द लास्ट राइड’ (The Last Ride) काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है. लोग सोशल मीडिया पर सिद्धू मूसेवाला के इस गाने को सर्च कर रहे हैं और बहुत से लोगों का मानना है, कि यह सिद्धू मूसेवाला का आखिरी (Sidhu Moose Wala last song) गाना था, लेकिन ऐसा नहीं है. आपको बता दें, कि 4 दिन पहले ही सिद्धू मूसेवाला ने अपना नया गाना ‘लेवल्स’ (Levels) रिलीज़ किया था, जो उनका आखिरी गाना है.
हैरानी की बात यह है, कि उनके इस आखिरी गाने से ज़्यादा लोग उनके ‘द लास्ट राइड’ गाने की चर्चा कर रहे हैं. ऐसा इसीलिए है, क्योंकि इस गाने में सिद्धू मूसेवाला ने 'जवानी में जनाज़ा उठने' से लेकर 'पिछले जन्म और इस जन्म के कर्म', 'बड़े लोगों के साथ रिश्ते और दुश्मनी बनाने' जैसी कई बातें लिखीं हैं, जो कहीं न कहीं उनकी अपनी ज़िंदगी से मेल खाती हैं.
पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के दौरान, उनके साथ गाड़ी में उनके दोस्त गुरविंदर सिंह (Gurwinder Singh) भी मौजूद थे. अब गुरविंदर सिंह ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या कैसे हुई इसका खुलासा किया है. उन्होंने बताया, कि “वह अपनी मौसी का हाल जानने के लिए जा रहे थे. गाड़ी में 5 लोगों के बैठने की जगह नहीं थी, इसलिए उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मियों को साथ नहीं बैठाया. जैसे ही वह गांव से कुछ दूर पहुंचे, तो सबसे पहले उनके पीछे से एक गोली चली. इतने में एक गाड़ी उनके आगे आकर रुकी, जिसमें से एक युवक निकलकर उनकी गाड़ी के सामने आया और उसने उनपर कई गोलियां चलाईं.”
इस घटना में गुरविंदर भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. गुरविंदर के अनुसार, “मूसेवाला ने भी इसके जवाब में अपनी पिस्तौल से 2 गोलियां चलाई थी, मगर सामने वाले हमलावर के पास आटोमैटिक गन होने के कारण वह लगातार गोलियां चलाता रहा. मूसेवाला के 2 फायर करते ही हमारी गाड़ी पर तीनों तरफ से गोलियां चलने लगीं. मूसेवाला ने एक बार गाड़ी भगाने का प्रयास भी किया, लेकिन हमें आगे और पीछे दोनों तरफ से घेर लिया गया था.”
सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी हटाने के सवाल पर पंजाब के डीजीपी वी.के. भावरा (V.K. Bhawra) ने कहा, कि मूसेवाला के पास पंजाब पुलिस के 4 कमांडो थे, जिनमें से 2 कमांडो राज्य में चलने वाले घल्लूघारा की वजह से वापस ले लिए गए थे. सिद्धू मूसेवाला जब अपने घर से निकले, तब वो अपने साथ 2 कमांडो और अपनी प्राइवेट बुलेटप्रूफ गाड़ी नहीं लेकर गए थे. वहीं पुलिस ने मूसेवाला हत्याकांड की जांच के लिए एक स्पेशल टीम (SIT) गठित कर दी है.