
Vicky Kaushal के अभिनय से सजी, 'Sardar Udham' फ़िल्म को, Film Federation of India ने ऑस्कर में एंट्री के लिए अस्वीकार कर दिया गया है. Film Federation of India समिति के सदस्य, Indraadip Dasgupta ने Shoojit Sircar की 'Sardar Udham' के बारे में बात करते हुए कहा, कि फिल्म "अंग्रेजों के प्रति हमारी नफरत को दर्शाती है".
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकेडमी अवॉर्ड्स में एंट्री के लिए फ़िल्मों का चुनाव करने वाली समिति को लगता है, कि 'Sardar Udham' में ब्रिटिश के ख़िलाफ़ कुछ ज़्यादा ही नफ़रत दिखा दी गयी है. इसलिए इसे ऑस्कर अवॉर्ड्स की रेस में नहीं भेजा जाना चाहिए. समिति के इस अजीबोग़रीब तर्क के बाद सोशल मीडिया में भी जमकर इसका विरोध किया जा रहा है.
ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए ऑफिशियल एंट्री चुनने वाली Film Federation of India समिति के एक सदस्य Indraadip Dasgupta ने 'Sardar Udham' को अस्वीकृत करने की वजह बतायी. उन्होंने कहा, कि 'Sardar Udham' कुछ ज़्यादा लम्बी और जलियांवाला बाग की घटना पर निर्भर है. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक गुमनाम नायक पर एक भव्य फ़िल्म बनाने का यह एक ईमानदार प्रयास है. लेकिन साथ में, यह फिल्म ब्रिटिश के ख़िलाफ़ हमारी नफ़रत को भी उजागर करती है. उन्होंने कहा, कि वैश्वीकरण के इस दौर में, इतनी नफ़रत पाले रखना अच्छी बात नहीं है. Indraadip Dasgupta ने फ़िल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बताने में कोई संकोच नहीं किया.
Film Federation of India की एक अन्य ज्यूरी सदस्य Sumit Basu ने बताया, कि 'Sardar Udham' को इसकी बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी, कैमरा वर्क, एडिटिंग, और साउंड डिज़ाइन के लिए तमाम लोगों ने पसंद किया है. फ़िल्म की लम्बाई एक मुद्दा बनी. इसका क्लाइमैक्स भी जरूरत से अधिक खींचा गया है. साथ ही, उन्होंने कहा, कि दर्शकों को जलियांवाला बाग नरसंहार के शहीदों का दर्द महसूस करने में काफ़ी वक़्त लग जाता है.
मुंबई की झुग्गियों की पृष्ठभूमि पर बनी Slumdog Millionaire साल 2009 के ऑस्कर पुरस्कारों में छा गई थी. इसे सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म और निर्देशक समेत कुल आठ ऑस्कर मिले हैं. 81वें ऑस्कर समारोहों में Slumdog Millionaire को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म चुना गया था. फिल्म में मुंबई की झुग्गियों के लोगों के जीवन को दिखाया था.