Amitabh Bachchan Birthday: शहंशाह के 80वें जन्मदिन पर होगी ख़ास फिल्मों की स्क्रीनिंग

Amitabh Bachchan Birthday: शहंशाह के 80वें जन्मदिन पर होगी ख़ास फिल्मों की स्क्रीनिंग
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बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन(Amitabh Bachchan) के 80वें जन्मदिन को ख़ास बनाने के लिए भारत की सबसे बड़ी और प्रीमियम सिनेमा कंपनी, पीवीआर(PVR) और फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन एक साथ सामने आये हैं. बॉलीवुड के शहंशाह के 80वें जन्मदिन के मौके पर 8 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक ‘बच्चन बैक टू द बिगिनिंग’(Bachchan Back To The Beginning) नामक ख़ास फिल्म समारोह का आयोजन किया जाएगा. यह समारोह 17 से ज्यादा शहरों में आयोजित किया जाएगा और इस दौरान 11 से ज्यादा फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी.

इस मौके पर फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के निदेशक, शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने कहा कि “बचपन से ही मैं अमिताभ बच्चन का बहुत बड़ा प्रशंसक था. अक्सर मैं उनकी फिल्में देखने जाता जिसकी वजह से मुझे कॉलेज में क्लास से बाहर कर दिया जाता था. मुझे बहुत ख़ुशी है कि फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन श्री बच्चन जी को उनके जन्मदिन के मौके पर चार दिनों वाले इस ख़ास फिल्म फेस्टिवल के माध्यम से श्रंद्धाजलि दे रहा है.” फिल्मों की स्क्रीनिंग को लेकर उन्होंने आगे कहा कि “उनकी शुरूआती फिल्मों में से सर्वश्रेष्ठ को इकठ्ठा करना एक बहुत ही चैलेंजिंग काम है. मुझे उम्मीद है कि ये फिल्म फेस्टिवल ऐसे और भी फिल्म फेस्टिवलों को बढ़ावा देगा, जिससे हमारी सिनेमाई विरासत को सिनेमाघरों में वापस लाया जा सके.”

इन 17 शहरों में होगा आयोजन

इस फिल्म फेस्टिवल में 22 सिनेमा हॉल, 172 शोकेस और 30 स्क्रीन शामिल हैं. इस समारोह के शोकेस में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, सूरत, बडौदा, रायपुर, कानपुर, कोल्हापुर, प्रयागराज और इंदौर जैसे शहरों को कवर किया जाएगा. वहीँ अगर बात स्क्रीनिंग की जाने वाली खास फिल्मों की करें, तो इनमें ‘डॉन’, ‘कालिया’, ‘काला पत्थर’, ‘कभी कभी’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘नमक हलाल’, ‘दीवार’, ‘अभिमान’, ‘मिली’, ‘सत्ते पे सत्ता’, और ‘चुपके चुपके’ जैसी ख़ास फ़िल्में शामिल हैं.

इस विशेष और अपनी तरह के पहले फिल्म फेस्टिवल पर अमिताभ बच्चन ने कहा “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे करियर की शुरूआती फ़िल्में कभी बड़ी स्क्रीन पर वापस आएँगी. यह फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और पीवीआर सिनेमा की एक असाधारण पहल है, जिसके चलते न सिर्फ मेरी एक्टिंग बल्कि मेरे साथी निर्देशकों, एक्टरों और टेक्निशियंस के कामों को भी दिखाया जा सकेगा, जिनकी वजह से यह फ़िल्में पूरी हो पायीं. मैं उम्मीद करता हूँ कि भविष्य में ऐसे और भी फिल्म फेस्टिवल्स का आयोजन किया जाएगा, जिनके माध्यम से भारतीय सिनेमा की उल्लेखनीय फिल्मों को बड़ी स्क्रीन पर फिरसे देखा जा सकेगा”

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