भारत को रूसी वैक्सीन, SPUTNIK V की पहली खेप 1 मई को मिलेगी ।

भारत को रूसी वैक्सीन, SPUTNIK V की पहली खेप 1 मई को मिलेगी ।

RDIEF चीफ ने यह नहीं बताया कि पहली खेप में कितने वैक्सीन मिलेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक सोवरेन वेल्थ फंड ने पांच भारतीय वैक्सीन निर्माताओं से 850 मिलियन डोज का समझौता किया है।

भारत यह उम्मीद कर रहा है, कि 1 मई को SPUTNIK V कोविड 19 वैक्सीन की पहली खेप रूस से हमारे देश पहुंच जाएगी। न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स (Reuters) के अनुसार यह खबर रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIEF) के एक अधिकारी के हवाले से दी गई है। किरिल दमिट्रेव, जो कि RDIEF के प्रमुख हैं, ने न्यूज़ एजेंसी से कहा की वैक्सीन की पहली खेप 1 मई तक भारत भेज दी जाएगी। इसके साथ उन्होंने यह भी जोड़ा कि आशा करते हैं यह भारत को महामारी के दूसरे लहर के प्रभाव से उबरने का रास्ता बनाने मे समय से मदद करेगा।

भारत, जो कि विश्व का दूसरा सबसे घनी आबादी वाला देश है, कोरोना के दूसरे लहर की चपेट में है। महामारी का दूसरा चरण पहले से कहीं अधिक खतरनाक और भयावह है। भारत सिर्फ संक्रमण नहीं, उससे कहीं अधिक संसाधनों की कमी का भी सामना कर रहा है। ऑक्सीजन की किल्लत के कारण मरीज तड़प रहे हैं, अस्पतालों में बेड न होने के कारण लोग सड़कों पर दम तोड़ रहे हैं। मंगलवार को लगातार छठे दिन संक्रमण के मामले छह लाख से अधिक मिले हैं। 2,771 नई मौतें रिपोर्ट की गई हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जमीनी स्तर पर हालात आंकड़ों से कहीं अधिक खराब हैं।

हालांकि RDIEF चीफ ने यह नहीं बताया कि पहली खेप में कितने वैक्सीन मिलेंगे, या फिर बनाए जाएंगे। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सोवरेन वेल्थ फंड जो रूस की SPUTNIK V कोविड 19 वैक्सीन को विश्व स्तर पर बेच रहा है, ने पहले हीं भारत के पांच वैक्सीन निर्माताओं से 850 मिलियन डोज 1 वर्ष के दौरान देने के लिए समझौता कर लिया है। RDIEF ने कहा है कि, वह यह उम्मीद करता है कि गर्मियों तक भारत में हर महीने 50 मिलियन डोज या फिर उससे अधिक बनने की संभावना है।

इस दौरान रूस की दवा कंपनी PHARMASYNTEZ ने कहा है कि वो मई महीने के अंत तक  रेमडेसिविर एंटीवायरल ड्रग के 1 मिलियन पैक भारत को भेजने ने के लिए तैयार है। वह रूस की सरकार के द्वारा इजाजत का इंतजार कर रहा है।

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