
अक्टूबर 2021 तक टीका लगवा लेगी देश की 15 प्रतिशत जनसंख्या, तब ही स्थिर होगी स्थिति
भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले चौबीस घंटे में करीब चार लाख नए मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं पिछले चौबीस घंटे में 3000 से अधिक संक्रमित व्यक्ति अपनी जान गंवा चुके हैं। देश में अभी 30 लाख सक्रिय मामले बने हुए हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी कोरोना संक्रमण की पीक आना बाकी है। इस रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है, कि संक्रमण की पीक मई के दूसरे हफ्ते में आ सकती है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार जब कोविड के दूसरी लहर ने भारत में पांव पसारे, तब स्वस्थ दर 97 प्रतिशत थी। अब भारत में स्वस्थ दर घटकर 82 प्रतिशत रह गई है। यह 15 प्रतिशत की घटत 69 दिनों के अंदर आई है। दुनिया के अन्य देशों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो संक्रमण की पीक 77 प्रतिशत स्वस्थ दर होने पर पहुंचती है। यानी कि इस पीक तक पहुंचने के लिए स्वस्थ दर में 5 प्रतिशत तक गिरावट आनी चाहिए। आंकड़ों पर गौर करने पर पता चलता है, कि 1 प्रतिशत गिरावट के लिए 4 से 5 दिन लगेंगे। इसी प्रकार 5 प्रतिशत गिरावट के लिए कम से कम 20 दिन की जरूरत होगी। इसका अर्थ यह हुआ कि मध्य मई के बाद संक्रमण की पीक आ सकती है। चूंकि स्वस्थ दर में 1 प्रतिशत गिरावट होने पर सक्रिय मामलों की संख्या 1.85 लाख तक बढ़ जाती है अर्थात 77 प्रतिशत स्वस्थ दर होने पर सक्रिय मामलों की संख्या 36 लाख तक पहुंच जाएगी।
इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, कि टीकाकरण अभियान की गति बढ़ने से भारत की स्थिति में सुधार आएगा। अक्टूबर 2021 तक भारत की 15 प्रतिशत जनसंख्या जो कि 10.48 करोड़ हुई, टीके के दोनों डोज प्राप्त कर चुकी होगी। वहीं इस अवधि में 63 प्रतिशत जनसंख्या पहला डोज लेने में सफल रहेगी। संक्रमण के मामले में सफल देशों पर नजर डाले तो 15 प्रतिशत जनसंख्या के टीका हासिल करने के बाद देश की स्थिति नियंत्रण में आ जाती है।