
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कार्यवाही न किये जाने पर कोर्ट जाने की धमकी दी है। IMA ने बाबा रामदेव (Ramdev) की आधुनिक दवाओं पर टिप्पणी को बताया गलत और निराधार।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने 22 मई को बाबा रामदेव (Ramdev) की टिप्पणी के खिलाफ अपना बयान जारी किया है। बाबा रामदेव (Ramdev) ने आधुनिक दवाओं के खिलाफ टिप्पणी की थी। इंटरनेट पर वायरल एक वीडियो में कथित तौर पर रामदेव कह रहे हैं कि, "एलोपैथी एक ऐसी स्टुपिड और दिवालिया साइंस है।" IMA ने बयान जारी करके स्वास्थ्य मंत्रालय से रामदेव के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करने की मांग की है।
IMA द्वारा शनिवार को जारी किए गए बयान में रामदेव (Ramdev) की टिप्पणी का पूरी तरह खंडन किया गया है। IMA ने रामदेव के बयान को गलत और निराधार बताया है। इसके साथ ही IMA ने कहा कि, स्वास्थ्य मंत्रालय या तो रामदेव की बात को सही मानकर आधुनिक मेडिकल सुविधाओं को समाप्त कर दे या फिर, बाबा रामदेव पर एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत कार्यवाही की जाए।
इसके साथ ही रामदेव (Ramdev) वायरल वीडियो में कथित तौर पर यह कहते हुए सुने गए हैं कि, "लाखों लोगों की मौत एलोपैथी की दवा खाने से हुई है।" IMA ने इस कथन पर भी कड़ी आपत्ति जताई है। IMA ने कहा कि यह कथन ड्रग कंट्रोलर ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (DCGI) के ज्ञान और अखण्डता पर सवाल पैदा करता है।
IMA के अनुसार रामदेव(Ramdev) कई दफा अपनी कंपनी के उत्पादों के बारे में गलत अफवाहें फैलाकर जनता को गुमराह कर चुके हैं। IMA ने कहा कि, "रामदेव द्वारा यह सब परिस्थितियों का फायदा उठाने के लिए किया जा रहा है, ताकि बड़े स्तर जनता में भय और निराशा पैदा हो और वह अपनी अवैध तथाकथित दवाओं को बेच सके।"