
कोरोना काल में भारत में वैक्सीनेशन अभियान पूरे जोरों से चल रहा है। लोगों के पास भारतीय मूल की वैक्सीन(Covid-19 Vaccine) के रूप में कॉवेक्सिन और कोविशील्ड मौजूद है। इन वैक्सीनों को सरकारी अस्पतालों और संस्थानों में एकदम मुफ्त लगाया जा रहा है। रूस में निर्मित वैक्सीन स्पुतनिक-वी(Sputnik-v) भी अब भारत के लोगों के लिए मौजूद है। लेकिन यह वैक्सीन(Covid-19 Vaccine) अभी सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों में 995/- रुपए की कीमत पर लगाई जा रही है। अच्छी खबर यह है, कि जल्द ही इस रूसी वैक्सीन का निर्माण भारत में भी शुरू होने जा रहा है। खबर है कि इस प्रोजेक्ट को अगस्त 2021 से भारत में शुरू कर दिया जाएगा।
कोरोना काल मे वैक्सीन(Covid-19 Vaccine) के निर्माण में लोगों की जान बचाने के लिए बड़ा योगदान दिया है। भारत मे निर्मित वैक्सीन(Covid-19 Vaccine) कॉवेक्सिन और कोविशील्ड वेक्सीन लगवाने के रोजाना लगभग 3 लाख से ज्यादा लोग रजिस्टर करवा रहे है। लेकिन रूस में निर्मित वैक्सीन स्पुतनिक-वी लगवाने के लिए भी काफी ज्यादा लोग अपना रुझान प्रकट कर रहे हैं। फिलहाल यह वैक्सीन(Covid-19 Vaccine) सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों में ₹995/- के मूल्य पर उपलब्ध है। बहुत जल्दी भारत में स्पुतनिक-वी का निर्माण शुरू होने जा रहा है। खबर है कि यह प्रोजेक्ट अगस्त 2021 में शुरू हो जाएगा।
रूस में भारतीय दूत बाला वेंकटेश वर्मा ने शनिवार को बताया कि,"स्पुतनिक वी की लाख के करीब खुराक पहले ही भारत में पहुंचाई जा चुकी है। मई के अंत तक, 30 लाख और खुराक की आपूर्ति की जाएगी। जून में, आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद है जो कि 5 मिलियन तक हो सकती है और भारत में उत्पादन अगस्त में शुरू होने की उम्मीद है। अभी की योजना के मुताबिक स्पुतनिक वी वैक्सीन की 850 मिलियन से अधिक खुराक का उत्पादन किया जाएगा।
अभी तक स्पुतनिक वी का निर्यात भारत में तीन चरणों में होता है।
पहला चरण: direct एक्सपोर्ट
दूसरा चरण: फील एंड फिनिश मोड्स- इस मोड़ के अन्तर्गत वैक्सीन को वायल्स में भर कर भारत तक पहुंचाया जाता है।
तीसरा चरण: टेक्नोलॉजी ट्रांसफर – इस के तहत वैक्सीन बनाने के फार्मूले को भारतीय कम्पनी को देना होता है।
उम्मीद है डॉ रेड्डी लैबोरेट्री स्पुतनिक वी वैक्सीन का निर्माण करके भारत सरकार को सप्लाई करे । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में अब भी वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की कमी बनी हुई है।