
Covid-19 को वैश्विक महामारी घोषित हुए एक साल से भी ज्यादा का वक्त हो चुका है. कईं सारे लोग इस बीमारी से अपनी जंग जीत कर ठीक भी हो चुके हैं.अब एक रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि इस बीमारी से ठीक होने के बाद मरीजों में गॉल ब्लैडर में सूजन जैसी परेशानियां नज़र आने लगी हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में दिल्ली में 48 साल की एक महिला को गॉल ब्लैडर में सूजन होने की शिकायत सामने आई है. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टर्स भी यह मामला देखकर हैरानी में हैं. आमतौर पर, इस तरह की सूजन पथरी के कारण होती है, जो गॉल ब्लैडर से चोटी आंत तक जाने वाले ट्यूब को बंद कर देती है.
दिल्ली के मूलचंद मेडिसिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने बताया," यह महिला मई में Covid–19 के कारण हमारे अस्पताल में भर्ती थीं. दो हफ्ते बाद, बुखार और पेट में दर्द की शिकायत के बाद इनका अल्ट्रासाउंड करवाया गया. इस महिला को पथरी नहीं थी. साथ ही उन्हें इससे पहले भी गॉल ब्लैडर से जुड़ी कभी कोई बीमारी नहीं हुई है, जो इस परेशानी का कारण बने. इसीलिए हम अंदाजा लगा रहे हैं की यह एक पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन है".
लेप्रोस्कोपिक सर्जन, डॉक्टर सचिन अम्बेकर ने बताया कि अगर गॉल ब्लैडर में सूजन पकड़ में नहीं आता तो आगे चलकर उसमे सुराख हो सकता था. इससे महिला की मौत भी हो सकती थी. उनका यह भी कहना है, की Covid-19 से जुड़ा कोई भी लक्षण नज़रंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए. पहले ऐसा लगा था, कि कोरोना सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है, लेकिन अब यह कई अन्य अंगों को भी प्रभावित कर रहा है. इसलिए इस बीमारी से ठीक हो जाने के बाद भी, लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए.
हाल ही में, एम्स पटना में कोरोना से ठीक हो चुके लोगों का एक सर्वे किया गया था. इस सर्वे में पता चला कि कई लोग बढ़े ब्लड शुगर लेवल, थकान, सिरदर्द समेत कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं. डॉक्टर्स ने इस दौरान करीब 3000 लोगों से बात की थी. दूसरी ओर दिल्ली के ही गंगाराम अस्पताल में Covid-19 से ठीक हुए कई ऐसे मरीज आए, जिनके गुदा द्वार से खून निकल रहा था. अब तक यह सिर्फ कैंसर और एड्स जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों में देखा जाता था. अब कोरोना से ठीक हुए लोगों में भी सीएमवी(साइटोमेगालोवायरस) के कारण, मलाशय से खून की समस्या देखी जा रही है.
Covid-19 का सामना करने के बाद भी, स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का यह पहला मामला नहीं है. कई मरीजों में गैंग्रीन जैसे हालात भी देखे गए हैं. गॉल ब्लैडर में सूजन आने का भी यह पहला मामला नहीं है. ऐसे मामले, कई देशों में इससे पहले भी देखे गए हैं. जेनेवा के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने भी दो ऐसे मामलों का वर्णन अपने हेपेटोलॉजी के जर्नल में किया था.
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