
देश में कोविड-19 (Covid-19) के आज मंगलवार को 25000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. मगर राहत की बात यह है, कि यह आंकड़ा कल के मुकाबले 18.7% कम है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटों में 2,568 नए संक्रमण के मामलों की पुष्टि हुई है और 20 लोगों ने कोविड-19 की वजह से अपनी जान भी गंवाई. वहीं अब तक 5,23,889 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों की बात करें, तो सबसे ज्यादा मरीज दिल्ली (1076), हरियाणा (439), केरल (250), उत्तर प्रदेश (193) और कर्नाटक (111) से सामने आए. आपको बता दें, कि संक्रमण के नए मामलों में 80.58% मामले इन्ही राज्यों से आए हैं. वहीं अकेले दिल्ली की हिस्सेदारी इसमें 41.9% है.
फ़िलहाल देश में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 19000 को पार कर गई है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, इस समय देश में 19,137 सक्रिय मामले हैं. जहां एक दिन पहले के मुकाबले इसमें 363 मामले कम हैं. आपको बता दें, कि पिछले 24 घंटों के दौरान 2911 मरीज ठीक हुए और अब तक 4,25,41,887 मरीज कोरोना को मात भी दे चुके हैं.
देशभर में कोविड-19 के मामलों में जो उछाल आया था, वो अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि 26 अप्रैल के बाद से प्रतिदिन 3000 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे थे, जो 29 अप्रैल को पीक पर थे. उसके बाद कोरोना के मामलों में कमी देखी गई. वहीं 26 अप्रैल के बाद ये पहली बार है, जब कुल मामलों की संख्या 3000 से नीचे रही. इसके साथ ही, 26 अप्रैल को संक्रमण के 2927 मामले सामने आए थे. उसके बाद 27 अप्रैल को 3303, 28 अप्रैल को 3377, 29 अप्रैल को 3688, 30 अप्रैल को 3324 और 1 मई को 3157 केस मिले.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान (ICMR) परिषद के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 16,23,795 लोगों को कोरोना के टीके की डोज लगाई गईं हैं. वहीं अब तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 1,89,41,68,295 डोज़ भारत में दी जा चुकी हैं. इसके साथ ही, देश में कोविड-19 के सैंपल टेस्ट भी किए जा रहें हैं. ताजा आकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 2,95,588 सैंपलों की जांच की गई.
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court on Vaccination) ने कोविड टीकाकरण को लेकर सोमवार को अहम निर्देश दिया है. कोर्ट ने कहा, कि किसी को टीकाकरण के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता. इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने टीकाकरण के दुष्प्रभाव का ब्योरा सार्वजनिक करने का निर्देश भी दिया है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, कि “कुछ राज्य सरकारों व संगठनों द्वारा वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों पर सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश को लेकर लगाई गई शर्तें सही नहीं हैं. मौजूदा परिस्थितियों में इन्हें वापस लिया जाना चाहिए. किसी व्यक्ति को टीकाकरण के लिए विवश नहीं किया जा सकता है.”
भारत सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के तहत, अब तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 1,89,41,68,295 डोज़ लोगों को दी जा चुकी है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, टीका लगवाना अधिकतर लोगों के लिए फायदेमंद रहा. गौरतलब है, कि यह कोविड रोधी टीका शरीर में एक एंटीबॉडी पैदा करता है, जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. वहीं विशेषज्ञ भी यह सुझाव दे रहें हैं, कि वैक्सीन लगाना ज़रूरी है जिससे कोरोना का प्रभाव कम किया जा सके.