कोविड-19 : बेंगलुरु में 3 लाख से अधिक सक्रिय केस, अब तक सबसे अधिक।
महामारी के भयावह हालातों के दौरान बेंगलुरु में मिले संक्रमण के सबसे अधिक मामले। दोनों चरणों में एक शहर में कोरोना के अब तक सबसे अधिक मामले ।
भारत में कोविड का दूसरा चरण चल रहा है। बेंगलुरु में 3 लाख से अधिक कोविड मरीज अस्पतालों में हैं। पिछला चरण और अभी का चरण, दोनों ही चरणों में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह स्थिति उत्पन्न हुई, क्योंकि वहां के मंत्री और टास्क फोर्स, हालात को नियंत्रित करने के लिए किसी बड़े प्लान को बनाने में विफल रहे हैं।
पहले चरण के दौरान, बेंगलुरु में संक्रमण के सबसे अधिक, 66,854 मामले पाए गए थे। इस बार, संक्रमण की संख्या इस से 5 गुना अधिक है। इसलिए शहर में अब अस्पताल और अस्पतालों में बेड की सख्त जरूरत है। शहर में ऑक्सीजन की भारी कमी है। मरीजों की सांस जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
अब तक किसी भी दूसरे शहर में सक्रिय मामले एक लाख के आंकड़े को पार नहीं कर पाए हैं। 28 अप्रैल 2021 को दिल्ली में सबसे अधिक, 99,752 एक्टिव केस पाए गए थे। मुंबई में, अब तक सबसे अधिक संक्रमण के मामले 11 अप्रैल को पाए गए थे, जब सक्रिय मामलों की संख्या 91,000 थी। अन्य सभी शहरों में आंकड़ा 70 हजार से नीचे ही है।
पिछले 10 दिनों में बढ़ती हुई संक्रमण की रफ्तार
महाराष्ट्र और केरल को छोड़ कर बाकी राज्यों में, और सभी जिलों में संक्रमण के केस लगभग बराबर है, मगर कर्नाटक में अधिकांश मामले बेंगलुरु में पाए जा रहे हैं। पिछले 10 दिनों में संक्रमण के मामलों में जो उछाल आया है, वह वर्तमान स्थिति की भयानकता को दर्शाता है। 25 अप्रैल तक कर्नाटक में संक्रमण के मामले 2.2 लाख ही थे, मगर 5 मई तक यह आंकड़ा 4.4 लाख हो गया।
बेंगलुरु में 9 दिनों में संक्रमण के मामले 1.8 लाख से बढ़कर, 3 लाख के आंकड़े को पार कर गए। 5 मई तक सरकारी कोटा के अंदर 11 हज़ार बेड आरक्षित थे। रोजाना ऑक्सीजन की मांग 11 हजार टन थी, मगर जरूरत का केवल 50% ही शहर के पास उपलब्ध है। इसलिए स्थिति बहुत ही गंभीर है, कहीं अस्पताल में बेड नहीं है, जहां पर बेड है, वहां ऑक्सीजन नहीं है।